आरक्षक राजाराम जाट की मौत हादसा या साजिश? पुलिस कर रही है हर एंगल से जांच !, आरक्षक राजाराम जाट को शहीद का दर्जा दिए जाने की उठी मांग
प्रकाश पाराशर, चेतक न्यूज
नीमच। ग्राम भरभड़िया के पास पुलिस जवान राजाराम जाट की संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे लाश मिलने से हड़कंप मच गया । मिली जानकारी अनुसार जवान राजाराम जाट जवासा चौकी पर पदस्थ था । बताया जा रहा है कि राजाराम जाट सगराना घाटी के पास फायरिंग रेंज जा रहे थे। आपको बता दें पिछले तीन दिनों से फायरिंग रेंज पर प्रशिक्षण चल रहा है। अल सुबह जैसे ही घटना की जानकारी मिली एसपी अंकित जायसवाल और एएसपी नवल सिंह सिसोदिया सहित पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुँचे। आसपास लगे सीसीटीवी भी खंगाले गए है । पुलिस को घटनास्थल पर एक स्कॉर्पियो और स्विफ्ट कार क्षतिग्रस्त हालत में मिली है। घटनास्थल से आरक्षक राजाराम जाट का शव जिला चिकित्सालय लाया गया है जहां डॉक्टर विजय भारती और उनकी टीम ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद जो बात निकाल कर सामने आई है उसके मुताबिक आरक्षक राजाराम जाट की सीने की हड्डी टूटी हुई थी। वही राजाराम जाट के सर के पीछे का हिस्सा फटा हुआ था।
सूचना के बाद जिला चिकित्सालय में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे हैं और सभी परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। पुलिसकर्मियों और रिश्तेदारों से बातचीत में राजाराम जाट के बारे में जो जानकारी निकल कर आई है उसके मुताबिक आरक्षक राजाराम जाट की पिछले महीने 22 जनवरी को शादी हुई थी और वे सपत्नीक घूमने भी गए थे और हाल ही में उन्होंने ड्यूटी फिर से ज्वाइन की थी। राजाराम जाट काफी सरल स्वभाव के और मिलनसार व्यक्ति थे और वे अपने काम से काम रखते थे । राजाराम जाट के निधन के बाद उन्हें शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग भी उठ रही है।आपको बता दें कि राजाराम जाट के भाई बहन भी पुलिस महकमें में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। संदिग्ध अवस्था में घटे इस घटनाक्रम के बाद पुलिस के आला अधिकारी जांच में जुटे हैं। पुलिस घटना की साजिश के एंगल से भी जांच कर रही है।दुर्घटनाग्रस्त दोनों कारें कैंट थाना परिसर में लाई गई। पुलिस स्विफ्ट कार के सवारों की तलाश में जुट गई है और पुलिस ने घायल कार सवारों की तलाश में शहर के सभी अस्पताल भी खंगाले है। समाचार लिखे जाने तक स्विफ्ट कार सवारों का पता नही लगा है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
संदिग्ध परिस्थितियों में राजाराम जाट की मौत के बाद कई सवाल खड़े हुए हैं?
अपुष्ट जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है कि राजाराम जाट संदिग्ध कार का पीछा कर रहे थे ? अगर वह पीछा कर रहे थे तो स्विफ्ट कार किसकी है और वह दुर्घटनाग्रस्त कैसे हुई?
दूसरा यदि दोनों कार आमने-सामने टकराई तो स्विफ्ट कार में सवार लोगों का क्या हुआ?
अगर राजाराम जाट की कार दुर्घटनाग्रस्त हुई है तो उनके सिर के अगले हिस्से में चोट लगती लेकिन उनके सर का पिछला हिस्सा कैसे फटा ?
आरक्षक राजाराम जाट के सर का पिछला हिस्सा फटना कहीं किसी झड़प या हमले का परिणाम तो नही?
मान ले कि आरक्षक राजाराम जाट की कार दुर्घटनाग्रस्त हुई तो उनका शव कार से काफी दूर कैसे पहुंचा?
सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि दोनों दुर्घटनाग्रस्त कारों में खून के निशान नहीं पाए गए?
घटनास्थल पर बिजली का खंभा टूटा हुआ था, कयास यह भी लगाया जा रहा है की कार इससे टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हुई? तो सवाल यह उठता है कि दूसरी कार कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुई।
दुर्घटनाग्रस्त स्विफ्ट कार के कांच में दो बड़े छेद थे जबकि स्कॉर्पियो कार का कांच तड़का हुआ था।
दुर्घटना के बाद मृतक राजाराम जाट के पास उनका मोबाइल नहीं मिलना कई संशय पैदा करता है?
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