बिना काम किये झूठा क्रेडिट ले रहे हैं संसदीय क्षेत्र के जिम्मेदार - डॉक्टर संपत स्वरूप जाजू पूर्व विधायक
उपरोक्त कथन का श्रेष्ट उदाहरण नीमच - कोटा नई रेल लाइन के फ़ाइनल सर्वे के लिये स्वीकृत राशि हैं !कृपया रेल्वे बोर्ड के आदेश को गंभीरता से पढ़िये सांसद की स्थिति स्पष्ट हो जाती हैं कि उन्होंने इस सर्वे के लिये क्या प्रयास किये ! जो भी पत्राचार किया हैं वह पश्चिम -मध्य क्षेत्र के महाप्रबंधक ने विगत एक वर्ष के बीच किया और फ़ाइनल सर्वे के लिये धनराशि स्वीकृति का अनुरोध रेल्वे बोर्ड से किया ! पहला पत्र 31-3-2023 और दूसरा 20-2-2024 को लिखा जिस पर कार्यवाही करते रेल्वे बोर्ड ने पाँच करोड़, तीन लाख पच्चीस हज़ार रुपये स्वीकृत दिनांक 27-2-24को किये ! मंदसौर - नीमच क्षेत्र के सांसद इस रेल लाइन के सर्वे का श्रेय ले रहे हैं वे कृपया क्षेत्र के लोगो को जानकारी से अवगत करायेंगे कि मंदसौर - नीमच क्षेत्र के सांसदजी ने विगत एक वर्ष में नीमच - कोटा रेल लाइन के फ़ाइनल सर्वे के लिये कब कब पत्राचार किया और रेलमंत्रालय ने उनके पत्र के उत्तर में क्या जावाब दिया! क्षेत्र के लोगो को पत्राचार की जानकारी से अवगत कराने का कर्तव्य और दायित्व बनता हैं !सांसदजी को अगर जानकारी होती तो वे नीमच रेल्वे स्टेशन पर प्रधानमंत्रीजी के वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में इस नीमच कोटा रेललाइन के फ़ाइनल सर्वे के बारे बढ़ चढ़ कर घोषणा करते ! नीमच ज़िले के लोग अब सांसदजी के भ्रमित करने वाली कार्यशैली और श्रेय लूटने की कार्यशैली को समझ गए हैं जानकारी के लिये यूपीए की मनमोहनजी की सरकार ने तत्कालीन सांसद सुश्री मीनाक्षीनटराजनजी की अनुशंसा पर सात करोड़ रुपये से अधिक की राशि नीमच - कोटा रेल लाइन के सर्वे के लिये स्वीकृत की थी नीचे रेल लाइन के लिए स्वीकृत राशि के पत्र की छाया कापी अवलोकनार्थ।
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