नीमच। जिले में विभिन्न खेलों के प्रति रुचि एवम् जुनून हैं और विभिन्न खेलों की प्रतिभाएँ ग्रामीण से शहरी क्षेत्र में हैं !इन प्रतिभाओं को खेलों की सुविधाएँ मिल जाय तो ये राज्यस्तर राष्ट्रीयस्तर पर खेलों में नया इतिहास बना सकते हैं ! यह बात पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉक्टर संपत स्वरूप जाजू ने कही।
उन्होंने कहा कि फुटबॉल , तैराकी , हाकी , कुश्ती , बास्केटबाल एथलेटिक्स इत्यादि खेलों के प्रति यहाँ सभी उम्र के लोगो का लगाव और रुचि हैं अभी वे खेल सुविधाओं के अभाव में विपरीत परिस्थितियों में अपना उच्चकोटि का प्रदर्शन राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कर नीमच का नाम रोशन कर रहे हैं !
नीमच को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खेल सुविधाओं का अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा हैं!
केंद्र सरकार द्वारा खेलो इंडिया के अलावा केंद्र के विभिन्न मंत्रालय जैसे मानवसंसाधन , रेल मंत्रालय , गृहमंत्रालय के अंतर्गत आने वाले अर्धसैनिक बलों द्वारा भी खेलों के उत्थान और मैदानों का आधुनिककरण करने के लिये भी योजनाये हैं !
दुर्भाग्य हैं कि नीमच में दोदो केंद्रीय विद्यालय हैं और (रेल्वे के इतिहास में नीमच रेल्वे की फुटबॉल टीम का संपूर्ण भारत में नाम रहा हैं । रेल्वे के पास अविकसित मैदान भी हैं लेकिन विभिन्न मंत्रालयों के खेल बजट का लाभ नहीं ले पाये !
इसी प्रकार राज्यसरकार द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय , सीएम राइज विद्यालयों और पीएमश्री स्कूलों में खेलों के लिए पर्याप्त बजट रखा गया हैं लेकिन उनका उपयोग नीमच ज़िले के किसी भी विद्यालय में धरातल पर देखने को नहीं मिल रहा हैं !
राज्य सरकार ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्टेडियम बनाने की योजना कई वर्षों से चला रखी हैं लेकिन उनका जो लाभ मिलना चाहिये वह ज़िले को नहीं मिला एक दो जगह योजना की स्वीकृति मिली भी तो धरातल पर समय सीमा में उतर नहीं पा रही हैं !
हमारे क्षेत्र के ज़िम्मेदार लोगो से यही अपेक्षा हैं कि आने वाले केंद्र और राज्य सरकार के बजट में खेलों की योजनाओं को स्वीकृत करवा कर बजट आवंटित करवायेंगे!
नीमच जिन प्रमुख खेल सुविधाओ की अपेक्षा रखता हैं पर वरिष्ठ पत्रकार सुभाषजी ओझा का आलेख अवलोकार्थ
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