-स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि वसूली मीटर-तरूण बाहेती, बिजली बिलों को जलाकर जनता ने किया स्मार्ट मीटर के बिलों का विरोध, बिजली कंपनी की नीतियों से उपभोक्ता पर बढा भार, 28 को देंगे ज्ञापन




प्रकाश पाराशर, चेतक न्यूज

नीमच। बिजली कम्पनी के स्मार्ट मीटर के कमाल ने शहर की जनता को परेशान कर दिया है। शहर के जिन क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, वहां पिछले बिलों की तुलना में 2 से 3 गुना बिजली बिल उपभोक्ताओं को मिल रहे हैं, जिन्हें देख विद्युत उपभोक्ता भी बोलने लगे हैं कि ये स्मार्ट नहीं वसूली मीटर है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बढ़ कर आ रहे बिल की राशि के विरोध में एकता कॉलोनी में बिजली बिलों को जलाकर विरोध दर्ज कराया।

स्मार्ट मीटर का लगातार विरोध कर रहे कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने बताया की स्मार्ट मीटर को लेकर उनके समक्ष लगातार शिकायतें आ रही है। स्मार्ट मीटर से परेशान बिजली उपभोक्ता उन्हें अपने क्षेत्रों में बुलाकर बढे हुए बिलों की समस्या से अवगत करा रहा है। श्री बाहेती ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी भारी भरकम बिल थमा रही है और स्मार्ट मीटर अंधगति से दौड़ रहे हैं, जिसके विरोध में 28 अगस्त को दोपहर 3 बजे कलेक्टर कार्यालय को आम जनता के साथ स्मार्ट मीटर के विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आम उपभोक्ताओें की लड़ाई है जो तिरंगे झंडे के नीचे आम जनता की आवाज पर जन आंदोलन किया जाएगा। 


बाहेती ने कहा कि बिजली कम्पनी ईस्ट इण्डिया कम्पनी जैसा व्यवहार लोगों के साथ कर रही है। बिजली कम्पनी को स्मार्ट मीटर लगाने की इतनी जल्दी थी की पुराने मीटर हटाने और नये स्मार्ट मीटर लगाने पर उपभोक्ता की अनुमति लेना भी उचित नहीं समझा जबकि नियम है कि किसी भी घर में नये स्मार्ट मीटर लगने से पहले उपभोक्ता के सहमति हस्ताक्षर आवश्यक है। साथ ही बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी कई घरों में एवरेज बिल दे रही है जो की पूर्णतया गलत है। बाहेती ने बिजली कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा की अगर बिजली कंपनी का अधिकारी को लगता है कि किसी घर का बिजली बिल कम आ रहा है तो अधिकारी उस घर में बिजली से चल रही सामग्री की गणना कर लोड चेक करते हैं और उसे उसी लोड के हिसाब से प्रति माह का बिल जनरेट कर देते हैं इसमें उपभोक्ता को सीधा-सीधा नुकसान है कि वह किसी सामग्री का उपयोग नहीं कर तो भी उसका बिल उसे देना पड़ रहा है। जबकि नियमानुसार जितना मीटर चले उतना ही बिल होना चाहिए।


--महंगी बिजली से हर घर में परेशानी 

कांग्रेस नेता बाहेती ने कहा की वे हर वार्ड में जा रहे हैं और लोगों की बिजली बिल की पीड़ा सामने आ रही है। स्मार्ट मीटर से मजदूर वर्ग ज्यादा परेशान है,अगर कोई पूरे महीने भर की कमाई सिर्फ बिजली बिल भरने में ही लगा दें तो वह अपना घर कैसे चलाएगा और अपना परिवार कैसे पालेगा। बिजली कंपनी के अधिकारी शिकायत करने पर स्मार्ट मीटर की खूबियों का ऐसा महिमामंडन करते हैं जैसे स्मार्ट मीटर भगवान का दूसरा अवतार हो। बढ़े हुए बिजली बिलों की इतनी शिकायत होने के बावजूद बिजली कम्पनी सुनने को तैयार नहीं है। श्री बाहेती कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली की खपत 2 से 3 गुना बताई जा रही है, जिसकी उपभोक्ता द्वारा शिकायत पर बिजली कंपनी के अधिकारी को कोई संज्ञान नहीं लेता है एवं कार्यालय में शिकायत करने पर उन्हें बैरंग लौटा देते हैं।

-मोबाइल चार्जिंग,गुडनाइट टिकिया के  भी पैसे-

बाहेती ने कहा कि स्मार्ट मीटर को लेकर बिजली कंपनी के अधिकारी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद घर पर मोबाइल चार्जिंग यहां तक की मच्छर मारने की टिकिया चालू करने के भी पैसे जोड़ रहे है। श्री बाहेती ने कहा कि किसी समस्या की अगर एक व्यक्ति शिकायत करें तो अलग बात है पर हर व्यक्ति स्मार्ट मीटर के बिलों की शिकायत लेकर खुद आगे आ रहे हैं। गरीब मजदूर का कहना है की उन्हें चिमनी व मोमबत्ती में रहना मंजूर है पर स्मार्ट मीटर की लाइट अब नहीं चाहिए।


अब बस आंदोलन ही एकमात्र सहारा है-

श्री बाहेती ने कहा कि पिछले दिनों लगातार समाचार पत्रों में स्मार्ट मीटर के विरोध में कई मामले आए हैं उसके बावजूद भी बिजली कंपनी का  अधिकारी स्मार्ट मीटर का गुणगान करने में लगे हैं। विडंबना है की स्मार्ट मीटर का इतना विरोध होने के बावजूद निर्वाचित जनप्रतिनिधि कुछ बोलने को तैयार नहीं एवं आंखें बंद कर बैठे हैं।  अब इस समस्या की सुनवाई के लिए एक मात्र जन आंदोलन ही सहारा हैं। बाहेती ने कहा की शहर के वार्डों में स्मार्ट मीटर का विरोध शुरू हो चुका है एवं इसके विरोध में बिजली बिल भी जलाए गए हैं।  

जिला इंटक के अध्यक्ष भगत वर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटर के विरोध में आगामी 28 अगस्त बुधवार को दोपहर 3 बजे कलेक्टर कार्यालय में विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा।

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