धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा किए जा रहे अवैधानिक अतिक्रमण हटाने हेतु नायब तहसीलदार ने किया मौका मुआयना, बनाया पंचनामा, शीघ्र हटेंगे अतिक्रमण
दशरथ माली -
चीताखेड़ा -24 अगस्त। बारिश के मौसम में इन दिनों भले ही बारिश कम हो रही हो परन्तु धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा अतिक्रमण करने की बाढ़ जरुर आई हुई है। कोई मंदिर की तो कोई दशहरा मैदान तो कोई श्मशान घाट की जमीन पर अवैधानिक तरीके से अतिक्रमण कर अपना आधिपत्य स्थापित किया जा रहा है। जिसकी सूचना नायब तहसीलदार को दी गई जिस पर पटवारी,चौकीदार सहित गांव के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में मौका मुआयना कर पंचनामा बनाया गया। यह कहकर चले गए कि फसलों को लेने दो बाद में सीमांकन कर इनके कब्जे से धार्मिक एवं सार्वजनिक तथा शासकीय भूमि को मुक्त करवाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हरनावदा मार्ग पर झील में स्थित अतिप्राचीन बाबा रामदेव मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण कर्ताओं द्वारा चारों तरफ से अवैधानिक तरीके से कब्जा कर लिया गया है वहीं दूसरी ओर दशहरा मैदान परिसर को भी विगत कई वर्षों से ग्रहण लगा हुआ है सिर्फ कहने को तो दशहरा मैदान है पर यहां पर जमीनी हकीकत तो यह है कि 20-20 फीट गहरे और 100 से 200 फीट लंबे चौड़े गड्ढों में दशहरा मैदान समाया हुआ है। दशहरा मैदान की जमीन थोड़ी बहुत थी उसको कुछ जमीन के लालची अतिक्रमण कर्ताओं द्वारा जबरन कब्जा कर उस पर खेती कर रहे हैं। दशहरे मैदान को अतिक्रमण कर्ताओं से जमीन मुक्त करवाने हेतु मंदिर समिति सचिव शिवशंकर शर्मा ने पूराने रिकॉर्ड भी नायब तहसीलदार कमलेश डूडवे के समक्ष प्रस्तुत किए। वहीं गांव के ही सार्वजनिक रूप से ब्राह्मण,नाई, मांगरिया (बलाई),दक, कायस्थ एवं बंजारा समाज आदि समाज के लोगों को इसी श्मशान घाट परिसर में इन समाजजनों के परिवारजनों में मृत्यु उपरांत अंतिम संस्कार वर्षों से करते आ रहे हैं। नायब तहसीलदार ने श्मशान घाट परिसर में मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि यहां पर कोई भी व्यक्ति विशेष कब्जा नहीं करें और जिन समाजजनों के श्मशान है सभी अपने परिवार के मृत्यु उपरांत मृतजनों के अंतिम संस्कार करें। इन सभी तीनों जगह की ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर जीरन तहसील से नायब तहसीलदार कमलेश डूडवे और चीताखेड़ा मोज़ा पटवारी नरेन्द्र योगी तथा चौकीदार परतसिंह सिसौदिया, चौकीदार छगन लाल परमार ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और मौके का पंचनामा बनाया गया। नायब तहसीलदार कमलेश डूडवे ने कहा है कि अभी अतिक्रमण कर्ताओं ने फसलों की बुवाई कर दी है इसको फसलें लेने दो बाद में नपती कर सीमांकन कर पत्थर खंबे गड़ाई करवा देंगे। एक ही तहसील जीरन में एक ही तहसीलदार द्वारा एक ही अपराध में अलग-अलग दो न्याय। एक जगह पर तो दबंग व्यक्ति द्वारा पट्टे की जमीन पर कब्जा कर लिया तो 60 सालों से खेती करते आ रहे किसानों की खड़ी फसलों को ट्रेक्टर जेसीबी मशीन से हांक जोतकर नष्ट कर दी गई है और वहीं दूसरी ओर धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा अवैधानिक तरीके से कब्जा जमा लिया उनसे शासकीय एवं मंदिर की जमीन भी मुक्त करवाने के लिए फसलों को लेने का समय दिया गया है। एक ही अपराध में अलग-अलग दो फेसले।
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