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स्मार्ट मीटर के विरोध में जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती के नेतृत्व में जनता ने किया आंदोलन
नीमच। स्मार्ट मीटर के विरोध में जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती के नेतृत्व में बुधवार को जनता ने आंदोलन किया। बिजली कंपनी की नीतियों के खिलाफ भारतमाता चौराहा (फोरजीरो) जनता ने प्रदर्शन किया और भड़ास निकाली। इस दौरान थाली कटोरी बजाए गए और विद्युत मीटर फोड़े और बिजली बिल की होली जलाई गई।
जब से शहर में लोगों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगे हैं, तब से बिजली के बिल दोगुना आ रहे हैं। इसकी शिकायते लगातार बिजली कंपनी तक भी पहुंच रही है, पर शिकायतों का निराकरण करने के बजाए बिजली कंपनी के अधिकारी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की खुबिया बता रहे हैं। शिकायते जब जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती के समक्ष पहुंची, तो तब से श्री बाहेती ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ जनता की आवाज उठाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में स्मार्ट मीटर के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद करने जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती के नेतृत्व में जन आंदोलन बुधवार दोपहर भारत माता चौराहा फोरजीरो पर किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए श्री बाहेती ने कहा कि यह आम उपभोक्ताओें की लड़ाई है जो तिरंगे झंडे के नीचे आम जनता के लिए लड़ी जा रही है। श्री बाहेती ने कहा कि बिजली कम्पनी ईस्ट इण्डिया कम्पनी जैसा व्यवहार लोगों के साथ कर रही है । बिजली कम्पनी को स्मार्ट मीटर लगाने की इतनी जल्दी थी कि पुराने मीटर हटाने और नये स्मार्ट मीटर लगाने पर उपभोक्ता की अनुमति लेना भी उचित नहीं समझा जबकि नियम है कि किसी भी घर में नये स्मार्ट मीटर लगने से पहले उपभोक्ता के सहमति हस्ताक्षर आवश्यक है। साथ ही बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी कई घरों में एवरेज बिल दे रही है जो कि पूर्णतया गलत है । बाहेती ने बिजली कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर बिजली कंपनी के अधिकारी को लगता है कि किसी घर का बिजली बिल कम आ रहा है तो अधिकारी उस घर में बिजली से चल रही सामग्री की गणना कर लोड चेक करते हैं और उसे उसी लोड के हिसाब से प्रति माह का बिल जनरेट कर देते हैं, इसमें उपभोक्ता को सीधा-सीधा नुकसान है कि वह किसी सामग्री का उपयोग नहीं करंे तो भी उसका बिल उसे देना पड़ रहा है। जबकि नियमानुसार जितना मीटर चले उतना ही बिल होना चाहिए ।
जिला पंचायत सदस्य बाहेती ने कहा कि स्मार्ट मीटर से मजदूर वर्ग ज्यादा परेशान है, अगर कोई पूरे महीने भर की कमाई सिर्फ बिजली बिल भरने में ही लगा दें तो वह अपना घर कैसे चलाएगा और अपना परिवार कैसे पालेगा । बिजली कंपनी के अधिकारी शिकायत करने पर स्मार्ट मीटर की खूबियों का ऐसा महिमामंडन किया जाता है, लेकिन बढ़े हुए बिजली बिलों की इतनी शिकायत होने के बावजूद बिजली कम्पनी सुनने को तैयार नहीं है।
-महिलाएं बोली 3-4 हजार के बिल भरेंगे, तो बच्चों को क्या खिलाएंगे-
स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन में आमजन के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया और अपनी बात रखी। कुछ महिलाओं ने तो यह तक कहा कि पहले 500- 600 रूपए के बिल आ रहे थे, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद 3 से 4 हजार रूपए के बिल हर माह आ रहे हैं। ऐसे में बिजली के बिल के 3-4 हजार रूपए महिने के भर देंगे, तो बच्चों को कैसे पढाएंगे और क्या खिलाएंगे। इस दौरान एक महिला ने तो यह तक कहा कि अगर स्मार्ट मीटर से ऐसे ही बिल आएंगे, तो मीटर को उखाड़ कर फैंक देंगे। जन आंदोलन को सामाजिक संस्था कृति के किशोर जेवरिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया
आम आदमी पार्टी के नवीन अग्रवाल, सीटू के शैंलेंद्रसिंह ठाकुर समेत विभिन्न लोगों ने संबोधित किया और जन आंदोलन को समर्थन दिया। इस मौके पर भगत वर्मा,कमल मित्तल,विनोद दक,मोनू लोक्स, बलवंत पाटीदार,योगेश प्रजाप्ति,रुकसान खान,भारतसिंह अहीर ,इकबाल कुरैशी,इलियास कुरैशी, राकेश सोनकर,बालचंद्र वर्मा,योगेश प्रजापति,संदीप राठौर,रणजीतसिंह बबली तंवर,हरगोविंद दीवान, ओमप्रकाश कंडारा,चेतना लालका,संजय पंवार,मीनाकुंगर, इंद्रा जयंत, सुनीता हरित,अनिता घनेटवाल, नसीम बानो, बेबी मेहरा, राजू यादव, पार्वती यादव, शाहजहा बी,मुन्नी बाई, मंगली बाई यादव,कलावती यादव समेत भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
जनता की आवाज बन श्री बाहेती ने अधिकारियों से किए सवाल
जन आंदोलन के दौरान श्री बाहेती के नेतृत्व में लोगों ने सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन किया, तो मौके पर पहुंचे एमपीईबी के अधिकारी महिप सोनी व औकांरसिंह आदि पहुंचे, जिनसे जनता की आवाज बन श्री बाहेती ने सवाल किए, जिनके जवाब जनता के समक्ष एमपीईबी अधिकारी श्री सोनी ने दिए। इस मौके पर आमजन की स्मार्ट मीटर की विभिन्न समस्याओं को लेकर एमपीईबी अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया, जिसमें मांग की गई कि स्मार्ट मीटर की खामियों को देखते हुए नीमच शहर में स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाई जाएऔर जो मीटर लग चुके हैं, उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाए। बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर टेस्टिंग के नाम सिर्फ 120 मीटर लगाकर जांच कर रही है, जबकि यह संख्या 5 प्रतिशत के हिसाब से 2 हजार होना चाहिए। शासन के माध्यम से बिजली यूनिट की खपत पर सब्सिडी का दायरा बढाया जाए। मीटर खराब होने पर मीटर बदलने के नाम उपभोक्ताओं से किसी प्रकार की राशि नहीं वसूली जाए। एसएमएच चार्ज सहित अन्य तहर की वसूली पर रोक लगाई जाए। जब तक उपभाक्ताओं की शिकायत का निराकरण नहीं होता है, तब तक बिजली कनेक्शन काटने पर रोक लगाई जाए। बिजली कंपनी बिल जमा करने पर उपभोक्ताओं को मिलने वाली किस्त की सुविधा को पुनः प्रारंभ करें समेत करीब 13 बिंदु शामिल थे।
रैली निकली, बर्तन बजाए, बिल जलाए, मीटर फोड़े
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे झंडे के बेनर तले किए जन आंदोलन के दौरान स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध रैली भी निकली गई, जो फोरजीरो चौराहा से शुरू होकर पुस्तक बाजार, घंटाघर, कमल चौक, टैगोर मार्ग होते हुए पुनः फोरजीरो चौराहा पहुंची। इस दौरान बर्तन बजाए, बिजली के बिल की होली जलाई गई और विरोध स्वरूप मीटर फोड़े गए।
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