बालसाहित्य की कार्यशाला के साथ बालसाहित्य समागम संपन्न। देशभर के बालसाहित्यकारों के साथ ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' भी सम्मानित
चेतक न्यूज
राजसमंद। अणुव्रत विश्व भारती समिति राजसमंद और बच्चों की प्रसिद्ध पत्रिका- बच्चों के देश, राष्ट्रीय मासिक के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय बालसाहित्य समागम समारोह राजसमंद में समापन हुआ। जिसमें देश भर से पधारे हुए लब्धप्रतिष्ठित और ख्याति प्राप्त 130 से अधिक बालसाहित्यकारों ने भाग लिया। जिन्होंने 15 से अधिक सत्रों में 45 घंटे से अधिक की समयावधि में बालसाहित्य की दशा-दिशा और बालकों में बढ़ते हुए मोबाइल से उपजे एकांकीप्रेम, साहित्य से बढ़ती दूरी, पत्रपत्रिकाओ में रुचि के कम होने और बढ़ते हुए मोबाइल प्रेम को लेकर विचार-विमर्श और मंथन किया। बच्चों की मूलभूत प्रवृत्तियों को किस तरह विकसित किया जाए कि जिससे की उनका संपूर्ण शारीरिक, मानसिक के साथसाथ बौद्धिक विकास हो सके? इसी पर देशभर से पधारे हुए बालसाहित्यकारों ने बच्चों के बीच रहकर इसको जानने, समझने और दूर करने का प्रयास किया।
इसी कड़ी में 31 विभिन्न विद्यालयों में 16500 से अधिक बच्चों के बीच जाकर बालसाहित्यकारों ने इस प्रक्रिया को संपन्न करके जानने-समझने की कोशिश की। जिसमें उन्होंने बच्चों की स्वाभाविक प्रवृत्तियों को विकसित करने के साथ, उनकी मूल प्रवृत्तियों को विकसित करने के लिए विभिन्न गतिविधियां जैसे कहानी-कविता-एकांकी लेखन आदि विभिन्न प्रक्रिया द्वारा उनको जानने समझने और उनकी प्रवृत्तियों को विकसित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया।
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