हाजी निसार मसूदी कबाड़ी नही रहे, मक्का मदीना में 15 अगस्त 2018 को हाजी साबिर मसूदी के साथ लहरा चुके है भारत का तिरंगा
चेतक न्यूज
नीमच। शेख मसूदी समाज के वरिष्ठ हाजी निसार अहमद मसूदी कबाड़ी का 73 वर्ष की उम्र में इंतकाल हो गया। उन्हे शनिवार की सुबह 11,30 बजे हृदयाघात होने से एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहा उपचार के दौरान हाजी साबिर मसूदी से कलमा सुनते सुनते दम आख़िर हुआ।
शेख मसूदी समाज के वरिष्ठ और नमाज के पाबंद निसार अहमद मसूदी सभी वर्ग में शामिल रहकर हंसमुख मिलनसार तथा काफ़ी धार्मिक प्रवति व्यक्ति के थे।
बता दें कि वह नीमच के मरहुम शेरा कबाड़ी, मरहुम उमर कव्वाल के छोटे भाई थे। वह अपने पीछे दो पुत्रों सहित भरापुरा परिवार छोड़ गए हैं।
उल्लेखनीय है कि हाजी निसार अहमद मसूदी ने सन 2018 में सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व पार्षद हाजी साबिर मसूदी के साथ मक्का मदीना में हज-ए-बेतुल्लाह पर भी थे। जहां उन्होंने
इस दौरान हाजी साबिर मसूदी के साथ 15 अगस्त 2018 को मक्का मदीना में भारत की आन, बान और शान के लिये वहां देश की अमन चैन और भाईचारे की दुआओं के साथ देशहित में भारत का तिरंगा झण्ड़ा शानो शोकत के साथ लहराया था।
उनकी मय्यत शनिवार की शाम 7.30 बजे उनके निज निवास स्थानीय बड़ी मण्डी से निकाली गई। जहां रात्री 8.30 बजे स्थानीय जामा मस्जिद में नमाजे जनाजा पढ़ाई गई। जिसके पश्चात महू रोड़ स्थित शेरे खामोशा में उन्हें सुपुर्द खाक किया गया। उनकी मय्यत में महू, इंदौर, रतलाम, खाचरौद, महिदपुर, मंदसौर, मल्हारगढ़, जावरा, निम्बाहेड़ा, उदयपुर, कोटा के अलावा नीमच के तमाम समाजजन एवं चिर परिचित लोग मय्यत में शामिल हुए।
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