भरी सभा में रावण ने विभिषण को मारी लात, लंका छोड़ रामादल की विभिषण ने की सदस्यता ग्रहण,अंगद ने लंका में खंब की तरह जमाया पांव, लंका का एक भी योद्धा हिला नहीं पाया पांव
दशरथ माली -
चीताखेड़ा -24 अक्टूबर। शास्त्रों के ज्ञाता ही नहीं बल्कि 64 कलाओं में महारथ हासिल स्वर्ण लंकाधिपति लंकेश्वर ने भरी सभा में विभिषण को मारी लात, दिया देश निकाला, विभिषण ने रामादल की कि सदस्यता ग्रहण। रावण के दरबार में एक राम दूत हनुमान के बाद अंगद शांति दूत बनकर गए तो श्री राम की शक्ति का एक संदेश देने के लिए भरी सभा में अपने पांव को खंभ की तरह ऐसा गाड़ा की रावण के बड़े बड़े बलशाली योद्धा एवं इंद्रजीत मेघनाथ तक तनिक भी पांव को हिला नहीं सके।
सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारंभ में आमंत्रित अतिथि सर्व समाज समरसता जिला अध्यक्ष शैलेश जोशी नीमच, प्रदेश अध्यक्ष लक्षकार समाज भारत स्वाभिमान योगाचार्य एवं संवाद प्रभारी बालकृष्ण सोलंकी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष खारोल समाज नवीन खारोल, समाजसेवी दशरथ खारोल, पटवारी नरेंद्र योगी, पटवारी प्रदीप पाटीदार, बिजली विभाग के लाइनमेन विनोद केथवास नीमच, लाइनमेन राधेश्याम (टिटू)सोनी द्वारा रामायण ग्रंथ पर दीप प्रज्वलित माल्यार्पण एवं आरती कर रामलीला मंचन का श्री गणेश किया। आमंत्रित अतिथियों का रामलीला मंडल समिति के पदाधिकारीयों द्वारा स्वागत किया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सर्व समाज समरसता मंच जिला अध्यक्ष शैलेश जोशी ने धर्म परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए सभी को 3 संकल्प दिलाया जिसमें प्रथम संकल्प में कहा गया कि माता-पिता ही सबसे बड़ा भगवान है ,प्रातः जल्दी उठकर माता-पिता के चरण छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें। दुसरा संकल्प आमिर गरीबी और जाति के आधार पर कभी भी भेद नहीं समान व्यवहार करेंगे। और तीसरा संकल्प में महिला,धर्म, संस्कृति और देश पर किसी भी प्रकार का जब भी आता ताइयों द्वारा आक्रमण होगा हम कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहेंगे और हम सब डटकर रक्षा के लिए तैयार रहेंगे। उनकी रक्षा के लिए कभी किसी के निमंत्रण का इंतजार नहीं करेंगे। रामलीला मंचन के आठवें दिन बुधवार को प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा बेहतरीन ढंग से बड़े ही मार्मिक रूप में अपनी कलाकारी की प्रस्तुतियां दी। इन दिनों भगवान श्री राम की लीला का वर्णन को प्रदर्शित करने के लिए रामलीला के मंचन कलाकारों द्वारा किया जा रहा है जिसका ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन आधी रात तक आनंद ले रहे हैं। इन दिनों चीता खेड़ा गांव की हर गली -मोहल्ले रामलीला के मंचन से अयोध्या धाम बना हुआ है।
*कल शुक्रवार को होगा राम -रावण युद्ध, रावण मरण और श्री राम जी का राजतिलक के साथ रामलीला मंचन का समापन*----
10 दिनों से चल रही रामलीला के मंचन का अंतिम कल 10 वें दिन 25 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 9 बजे से रंगमंच पर धर्म और अधर्म के बीच मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और स्वर्ण लंका अधिपति रावण के बीच महासंग्राम युद्ध होगा । बुराई पर अच्छाई की होगी जीत। रावण मरने के पश्चात भगवान राजा राम जी का अयोध्या में होगा राजतिलक। इसी के साथ 10 दिवसीय रामलीला मंचन का समापन होगा।
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