कभी वादों से तो कभी इरादों से, खूब सियासत कर ली बातों से, नारी सम्मान तो केवल बातों मे असली मकसद तो सियासती लुफ्त उठाना है --श्री मती स्नेहलता विजय शर्मा


नीमच। उक्त आरोप भाजपा पर लगाते हुये  श्रीमती शर्मा ने  कहा  है   नीमच जीले  की जावद विधान सभा को सर्मशार करने वाला मामला सामने आया है  जीसमे  भाजपा  संगठन  का ही अध्यक्ष है और  भाजपा  के ही पार्षद गण  दशहरा  उत्सव  बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव होता है  पर  जावद विधान सभा के  सिंगोली  नगर  ने  तो  अच्छाई पर बुराई को हावी करने का काम किया  है  जीसमे  शासकीय पुलीस कर्मी  भी सामील रहे   सवाल यह उठता है  आयोजन की पुरी जिम्मेदारी नगर परिषद की थी  तो  अकेला पुलिस कर्मी को ही  सजा क्यो   वहा मौजूद पार्षद,-अध्यक्ष  -नगर परिषद अधिकारी  पर अभी तक उचीत कार्यवाही क्यो नही हुयी   सवाल ये भी उठता है  ऐक और तो हमारे भारत देश की खुबसुरती रही है  हर  महिला को यदि *बहन* है तो

*प्यार* का *दर्पण* है..

*महीला* यदि *पुत्री* है तो

*मान, सम्मान, अभिमान* है..

*स्त्री* यदि *काकी* है तो

*कर्तव्य* की *साधना* है..

*स्त्री* यदि *साथी* है तो

*सुख* की सतत *संभावना* है..

*और*

*स्त्री* यदि *माँ* है तो

*साक्षात परमात्मा* है. के रुप मे देखा जाता  .प्रदेश के मुखीया   प्रदेश की मात् शक्ति को लाडली बहना कह के  संब्बोधित कर रहे हैं  वही उनकी छत्र छाया मे  उनके ही  नगर परिषद अध्यक्ष और पार्षद गण  दशहरा उत्सव आयोजन मे ऐसी  फूहड़ता  और महिलाओं को लज्जीत करने का काम  स्वयं  भाजपा  नारी सम्मान की दुहाई देने वाली पार्टी कर रही है  क्या यही भाजपा  का त्रिया चरित्र है  हर बार भाजपा के कार्यकर्ता द्वारा   महिलाओं का अपमान होता है  और भाजपा  संगठन चुप्पी साध लेती है।।



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