जिले में नीमच मनासा लोकसेवा में आधार सेवा से आमजन परेशान, आधार में संशोधन के लिए भटक रही जनता




-आमजन की शिकायत पर नीमच डाकघर के आधार केन्द्र पहुंचे कांग्रेस नेता तरूण बाहेती

- लोगों की समस्या से जिला कलेक्टर को कराया अवगत, जल्द निराकरण की मांग

नीमच।आधार कार्ड में नाम,जन्म तारीख या पता जैसे संशोधन कराने के लिए आमजन कई दिनों से परेशान हो रहे है,जिसका बड़ा कारण यह है की जिले के नीमच एवं मनासा नगर में लोकसेवा में आधार सेवा पूरी बंद हैं, यहाँ कोई संशोधन नहीं हो रहा है बल्कि अन्य अधिकतर आधार केंद्रों पर भी संशोधन की सुविधा को बंद कर दिया गया है। नीमच में 10 आधार केन्द्रो में से एक मात्र जिला मुख्यालय पर दशहरा मैदान स्थित डाकघर में संचालित आधार सेंटर पर ही यह काम हो रहे है। अन्य आधार केन्द्र पर सिर्फ मोबाइल नंबर अपडेट का काम हो रहा हैं। ऐसे में रोजाना जिले भर से सैकडों लोग आधार में संशोधन कराने में बहुत परेशान हो रहे हैं,लेकिन जिम्मेदार प्रशासन व समस्या की जानकारी के बावजूद विधायक, सांसद का इस और ध्यान नहीं है। मंगलवार को आमजन की शिकायत पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने आधार संशोधन केंद्र मुख्य डाकघर पर पहुंच जनता की समस्या को जाना और कलेक्टर हिंमाशु चंद्रा को अवगत कराया।  

श्री बाहेती ने कलेक्टर को बताया कि जिले में कई सेंटर बंद होने से आम जनता नीमच के एक मात्र आधार संशोधन केन्द्र नीमच के मुख्य डाकघर में आ रही हैं। जहाँ प्रतिदिन अत्यधिक भीड़ को देखते हुए एक दिन पहले अगले दिन आने के लिए सिमित संख्या में टोकन दिए जाते हैं। इसमें भी भीड़ ज्यादा होने से कई लोग टोकन से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में लोगों को 2-3 दिन आधार संशोधन में लग रहा है । इसके अलावा भी कई बार तकनीकी समस्या आने से सर्वर बंद हो जाता हैं जिससे घंटों समय लग जाता हैं। श्री बाहेती ने कलेक्टर को बताया कि लोगों ने उन्हें समस्या बताई जिस पर वे खुद आधार केंद्र पहुंचे और स्थिति को देखा। जहां बडी संख्या में लोगों की लाइन लगी हुई थी। आधार संशोधन के लिए उन्हें यहां सुबह 7 बजे से ही लोग आकर खड़े हो जाते है और उन्हें 10 बजे डाकघर खुलने के बाद फार्म व टोकन दिए जाते हैं। यहां नीमच क्षेत्र के अलावा सरवानिया महाराज, थड़ोली,मोरवन,मनासा आदि स्थानों से रोज अपने बच्चों व महिलाओं को लेकर आ रहे हैं, क्योंकि जिसके आधार में संशोधन करवाना हैं उसे सेंटर आना अनिवार्य होता है । कई बार तो फॉर्म नहीं मिलने व काम नहीं होने पर लोगों को वापस लौटना पड़ता है। इस कारण 3-4 दिनों तक बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते है। 


एक दिन में सिर्फ 50 लोगों को दिया जाता टोकन-

जिला पंचायत सदस्य बाहेती ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने डाकघर के जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की तो पता चला यहां वे एक दिन में सिर्फ 50 लोगों के आधार में संशोधन का काम करते है । वैसे तो रोज 100-200 से ज्यादा लोग आते है लेकिन डाकघर के द्वारा सिर्फ 50 को टोकन दिया जाता है । ऐसे में बाकी जो लोग सुबह से आकर इंतजार करते है उन्हें परेशान होना पडता है । 3-4 दिनों तक चक्कर लगाने के बाद उनके आधार में सुधार हो पाता है । जावद सेंटर पर भी सीमित काम होने से वहां के लोग भी संशोधन करवाने नीमच आ रहे हैं 

बाहेती ने कलेक्टर से चर्चा कर समस्या निराकरण की मांग की -

श्री बाहेती ने कहा कि आजकल हर जगह आधार महत्वपूर्ण है एवं वर्तमान में केवाईसी का काम भी ज्यादा हो रहा हैं ऐसे में जिन लोगों के आधार में कोई भी अपडेट कराना है तो वह इन केंद्रों पर जाते है। वैसे तो में जिले में कई आधार केंद्र की आईडी चल रही है लेकिन संशोधन का काम डाकघर के अलावा कहीं नहीं हो रहा है । इस संबंध में श्री बाहेती ने आमजनों के सामने ही कलेक्टर हिमांशु चंद्रा को फोन लगाकर पूरी स्थिति से अवगत कराया । उन्होंने कहा कि आधार में संशोधन करने की सुविधा अन्य केंद्रों पर शुरू की जाए। पूरे जिले भर के लोगों को नीमच जिला मुख्यालय आना पडता है। इस पर कलेक्टर ने उचित निराकरण करने का आश्वासन दिया है। बाहेती ने जिला कलेक्टर से मांग करी की आधार केंद्र पर दिनभर लोग परेशान होते थे वहां उन्हें बैठने एवं पेयजल, शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाए।

जानकर भी मूक दर्शक बने हुए सांसद- विधायक

कांग्रेस नेता श्री बाहेती ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाए हैं कि वे वैसे तो कई मंचों से आमजनों को सुविधा प्रदान करने के गुणगान करते है, पर वास्तव हकीकत उससे अलग है । आधार संशोधन जैसे जरुरी व महत्वपूर्ण काम लिए लोगों को इतना परेशान होना पड़ रहा है लेकिन कभी भी सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि चाहे विधायक दिलीपसिंह परिहार हो या फिर सांसद सुधीर गुप्ता,कोई भी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। हालात यह है कि कुछ दिनों पहले आधार संसोधन केंद्र पर विवाद के हालात बने थे, जिसका मुद्दा मीडिया ने उठाया था, लेकिन समस्या के बारे में जानकर भी सांसद-विधायक मूक दर्शक बने हुए हैं, इससे ज्यादा अचरज की बात क्या होगी,  लेकिन इनको जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं हैं। पिछले 2 माह से समस्या खड़ी है, जनप्रतिनिधि चाहे तो यह सुविधा पूरे जिले भर स्थित केंद्रों पर शुरू करवा सकते है जिससे एक ही केंद्र पर इतने लोगों को घंटों तक परेशान नहीं होना पड़ेगा लेकिन सत्ताधीश नेता सिर्फ वोट लेने तक ही जनता से मतलब रखते हैं, जनता की तकलीफ से उन्हें कोई मतलब नहीं है।



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