दशरथ माली
चीताखेड़ा -12 मार्च। स्थानीय गांव में अलग- अलग 7 से 8 स्थानों पर आज दिवस 13 मार्च 2025 गुरुवार को रात्रि 10:40 बजे से 11:20 बजे तक शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जाएगा। होली का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित शिवशंकर शर्मा ने बताया कि होली के भीतर की दुष्प्रवत्तियों को जलाने और प्रेम व सद्भावना को बढ़ाने का त्योहार है। गुरुवार को पूर्णिमा तिथि होने के साथ -साथ ग्रहण और भद्रा का साया भी रहेगा, इसलिए भद्रा काल के बाद होलीका का पूजन एवं दहन गुरुवार को रात्रि 10:40 बजे बाद करना शुभ रहेगा।
होली के त्योहार का उल्लास होली के दहन के साथ प्रारंभ होता है। हमारे सनातनी हिन्दू समाज में होली पर्व मानव जाति के भीतर की दुष्प्रवत्तियों को जलाने और प्रेम व सद्भावना को बढ़ाने का सबसे बड़ा पर्व है। हम और आप , अपने मन और समाज में व्याप्त दुष्प्रवत्तियों को समाप्त कर नए सिरे से जीवन आरंभ करें। होली दहन से पूर्व इस दौरान महिलाएं विधि-विधान से पूजा अर्चना करती है। होली का दहन के पूर्व पुलिस थाना जीरन व पुलिस सहायता केंद्र चीताखेड़ा पर चौकी प्रभारी श्री सिंघावत ने शांति समिति की बैठक आयोजित कर सारी जानकारी ली गई। वहीं होलीका का दहन के आयोजकों से पुलिस सुरक्षा दृष्टि से सीधे संपर्क बनाए हुए हैं। चीताखेड़ा में बड़ी होली चौक, माली मौहल्ले में, बजरंग मंदिर के पास भटवाड़ा मौहल्ले में,नीम चौक, इंदिरा आवास कालोनी,राजीव कॉलोनी, रेगर मौहल्ला सहित आदि मौहल्लों में होलिका दहन किया जाएगा। रंगों की दुनिया अद्भुत और रहस्यमय है। होली का रंग हमारे व्यक्तित्व और मनोदशा को भी प्रभावित करता है। व्यक्तित्व व रंगों को जानने का अच्छा मौका और त्योहार होली ही है। होली दहन से रंगों के त्योहार की शुरुआत होती है जो निरंतर रंग तेरस तक चलेगी।
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