डोडा चूरा को एनडीपीएस एक्ट से बाहर करें केंद्र सरकार, मुखिया की उपस्थिति में किसान अफीम डोडा तोड़ कर वजन दर्ज कराएं, कांग्रेस प्रदेश सचिव तरूण बाहेती ने मंदसौर विधायक की पहल को बताया किसान हितेषी
चेतक न्यूज
नीमच, अफीम की सीपीएस फसल में मुखिया की उपस्थिति में किसान डोडा तोड़ कर वजन दर्ज कराने की मंदसौर विधायक की पहल सर्वथा उचित व किसान हितेषी है। अफीम काश्तकारों के हित में मंदसौर विधायक विपिन जैन द्वारा केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच के उप आयुक्त को पत्र लिखकर अफीम डोडा तुड़ाई से जुड़ा सुझाव देते हुए मांग की गई है कि किसानों को अधिकार दिया जाए कि वे मुखिया की उपस्थिति में स्वयं अपना डोडा तोड़कर वजन दर्ज करवा सकें, जिसे कांग्रेस प्रदेश सचिव व नीमच जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने अफीम किसानो के पक्ष में बेहतर पहल बताया है।
कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने बताया कि कांग्रेस किसानों की समस्याओं को लेकर हमेशा संवेदनशील रही है। इसका बड़ा उदाहरण मंदसौर से कांग्रेस विधायक विपिन जैन है, जिन्होंने सीबीएन डीएनसी को लिखे पत्र में उल्लेख किया कि अफीम की फसल पककर तैयार है और विभागीय टीमें समय पर नहीं पहुंचने के कारण किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब तक डोडा नहीं टूटता, तब तक किसानों को उसकी रखवाली करनी पड़ती है, जिससे चोरी का खतरा बना रहता है। ऐसे में मुखिया की मौजूदगी में डोडा तुड़वाकर उसका तौल कराया जाना उचित होगा। श्री बाहेती ने कहा कि कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों की मांग पर पिछले वर्ष केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों द्वारा एक आदेश जारी किया गया था, जिसमें सीपीएस पद्धति के लाइसेंसधारी किसानों को स्वयं डोडा तोड़ने की अनुमति दी गई थी। इसी आदेश को इस वर्ष भी लागू करने की मांग मंदसौर विधायक श्री जैन ने की है, जो नीमच-मंदसौर दोनों जिलों के सीपीएस पद्धति से अफीम की कास्तकारी करने वाले किसानों के लिए उचित है। ऐसे में एक बार फिर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों को राहत देते हुए किसानों को डोडा तोड़ने की अनुमति देना चाहिए।
कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि विधायक श्री जैन की यह मांग किसानों के लिए सुविधाजनक है और चोरी की घटनाओं में भी कमी आएगी। श्री बाहेती ने नारकोटिक्स ब्यूरों के उपायुक्त ने मांग करते हुए कहा कि इस मामले में शीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाए, ताकि किसान निश्चिंत होकर अपनी फसल को सुरक्षित रख सकें।
-कांग्रेस ने हमेशा किसानों के हित को सोचा-
कांग्रेस के प्रदेश सचिव व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों का हित सोचा है और किसानों की लड़ाई लड़ी है। नीमच-मंदसौर जिले में सीपीएस पदद्धि से अफीम की खेती करने वाले कास्तकारों के लिए सबसे बड़ी समस्या है, फसल की निगरानी। जब अफीम डोडो को तोड़ने के आदेश नारकोटिक्स नहीं मिल जाते हैं, तब तक किसान रात फसल की चौकीदारी में जुटे रहते हैं कि कहीं डोडे चोरी नहीं हो जाए, ऐसे में किसानों की परेशानी को केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों गंभीरता से समझे और तत्काल अफीम डोडा को तोड़ने की अनुमति के आदेश जारी करें। बाहेती ने जिले के भाजपा के विधायकों व सांसद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के सांसद व विधायक लगातार निर्वाचित हो रहे हैं लेकिन वें किसान हितों की मांग को हमेशा नजर अंदाज करते हैं। जनता से एक तरफ समस्या मिलने के बाद भी इन्होने कभी किसान हितों की आवाज नहीं उठाई।
केंद्र सरकार डोडा चूरा को एनडीपीएस एक्ट से निकाले बाहर
कांग्रेस के प्रदेश सचिव व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि केंद्र सरकार को डोडाचूरा को एनडीपीएस एक्ट से बाहर निकल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीमच जिले के पूर्व एसपी व वर्तमान रतलाम रेंज के डीआईजी मनोजकुमार सिंह ने डोडा चूरा को एनडीपीएस एक्ट से बाहर निकालने की पुरजोर पैरवी कर कहा था कि डोडा चूरा में 0.2 से भी कम अफीम की मात्रा होती है जो एनडीपीएस एक्ट में नहीं आती है। डोडा चूरा आबकारी में शामिल किया जाना चाहिए। श्री बाहेती ने कहा की प्रदेश में लंबे समय से भाजपा की सरकार है, लेकिन विडंबना यह है कि पिछले 8 वर्षों से डोडा चूरा नीति प्रदेश की भाजपा सरकार लागू नहीं कर पाई है। ऐसे में किसान डोडा चूरा करेगा क्या... और बेचने पर मजबूर हो जाता है तथा डोडा चूरा बेचने पर किसान को एनडीपीएस एक्ट का सामना करना पड़ता है, जिसमें 10 वर्ष के कारावास की सजा का प्रावधान है, और एनडीपीएस एक्ट के चुंगल में फसने के बाद कई किसान बचने के चक्कर में बर्बाद तक हो चुके हैं, जिन्हें तोड़ बट्टा करने अपनी जमीने तक बेचना पड़ी है। श्री बाहेती ने कहा कि यह सर्व विदित हैं कि डोडा चूरा को सरकार एनडीपीस एक्ट से बाहर निकालती है, तो जेल बंद हजार लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। केंद्र और राज्य सरकार को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
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